LYRIC

Dariya (Khaak) Lyrics by Ramil Ganjoo, from the album “Khaak“, music has been produced by Ramil Ganjoo, and Dariya (Khaak) song lyrics are penned down by Amit Ganjoo.

Dariya (Khaak) Lyrics

नीचे बंद कमरों में घुटन तो होती है
छत पे आता हूँ तो मैं, आसमाँ हो जाता हूँ मैं
कौन किसको बताता है यहाँ आसमाँ होने की बात?
खुद ही को तो छूना है और खुद ही के साथो-साथ
कौन किसको बताता है?

शहर की चमक से, धोखा तो होता है
ज़मीर पे आता हूँ तो मैं, ज़मीं हो जाता हूँ मैं
कौन किसको बताता है यहाँ ज़मीं होने की बात?
खुद ही को तो चलना है और खुद ही के साथो-साथ
कौन किसको बताता है?

दिमाग से जीने में उलझन तो होती है
दिल पे आता हूँ तो मैं, दरिया हो जाता हूँ मैं
कौन किसको बताता है यहाँ दरिया होने की बात?
खुद ही को तो डुबोना है और खुद ही के साथो-साथ
कौन किसको बताता है?


SONG INFO:

Song: Dariya (Khaak)
Artist: Ramil Ganjoo
Album: Khaak (2023)
Music:Ramil Ganjoo
Lyrics: Amit Ganjoo


Added by

lyricsmin

SHARE

ADVERTISEMENT

VIDEO